Sunday, October 26, 2025

Time Is Money

October 26, 2025 0 Comments

Time Is Money

           दोस्तों आज बहुत ही इंपोर्टेंट विषय में बात करने जा रहा हूं। मेरे कहने का मतलब यह है कि Time Is Money का topic ही क्यों?
⏳ परिचय: “Time Is Money” — ये सिर्फ कहावत नहीं, जीवन का सत्य है

            कहते हैं — “समय ही सबसे बड़ा धन है।”
पैसा खो जाए तो दोबारा कमा सकते हैं, लेकिन समय एक बार गया, तो कभी लौटकर नहीं आता।
हर इंसान को रोज़ 24 घंटे मिलते हैं, फर्क सिर्फ इतना है कि कोई उसे निवेश करता है, और कोई उसे व्यर्थ गँवा देता है।



           अगर कोई “Time Is Money” नहीं समझता, तो जीवन धीरे-धीरे उससे सब छीन लेता है — रिश्ते, अवसर, और कभी-कभी खुद की पहचान तक।
          आज आपका समय बेकार नहीं जाएगा, क्योंकि Time is not money — it’s more than money.

आपको समझने के लिए मैंने छोटे-छोटे टुकड़े में बांटा है:-
 

💍 1. सही समय पर शादी न करना — रिश्तों में अकेलापन

जिसने “समय” का महत्व रिश्तों में नहीं समझा,
वो अक्सर “मैं बाद में सोच लूंगा” कहकर अपने जीवन का सबसे सही रिश्ता खो देता है।
कई लोग करियर या दिखावे में उलझकर शादी का सही समय गंवा देते हैं —
फिर जब अकेलापन दस्तक देता है, तब एहसास होता है कि “सही समय निकल गया।”



💼 2. समय की बर्बादी = करियर की हार

समय पर मेहनत न करने वाला व्यक्ति हमेशा पछताता है।
जो आज तैयारी नहीं करता, कल वही दूसरों की सफलता देखकर दुखी होता है।
हर सफल इंसान की कहानी “समय के निवेश” से शुरू होती है।

 “अगर तुम समय का आदर नहीं करोगे, तो समय तुम्हारा आदर नहीं करेगा।”



💰 3. समय की कीमत न समझना = गरीबी की जड़

गरीबी सिर्फ पैसों की कमी नहीं, बल्कि समय के गलत इस्तेमाल का परिणाम है।
जो व्यक्ति समय को सही दिशा में नहीं लगाता,
वो अवसरों को खोकर जीवन में पीछे रह जाता है।


📚 4. शिक्षा में समय का निवेश न करना = पछतावा

स्कूल या कॉलेज के दिनों में अगर समय को “मज़ाक” समझा,
तो आगे चलकर वही मज़ाक “career gap” बन जाता है।
समय पर पढ़ाई करने वाला ही भविष्य में निश्चिंत जीवन जीता है।


❤️ 5. समय न देना = रिश्तों का टूटना

कई रिश्ते “बुरे इंसान” की वजह से नहीं, बल्कि “समय की कमी” की वजह से टूटते हैं।
जो अपने प्रियजनों को समय नहीं देता, वो धीरे-धीरे उनसे दूर हो जाता है।

 “रिश्ते भी पौधों की तरह हैं — पानी नहीं, समय चाहिए।”


🧘‍♂️ 6. आत्मिक जीवन की उपेक्षा = अंदरूनी खालीपन

जो अपने spiritual life को समय नहीं देता,
वो जीवन की सबसे गहरी शांति खो देता है।
समय पर ईश्वर से जुड़ना, प्रार्थना करना — यही आत्मिक संपत्ति है।


⏳ 7. स्वास्थ्य की अनदेखी = बीमारी का निमंत्रण

समय रहते व्यायाम, ध्यान, या नींद का ध्यान न रखना,
बाद में बीमारी के रूप में भारी पड़ता है।
पैसा डॉक्टरों पर खर्च होगा, लेकिन खोया हुआ स्वास्थ्य नहीं लौटेगा।


🕵️ 8. निर्णय में देरी = अवसर का अंत

जीवन में कुछ मौके दोबारा नहीं आते।
अगर हम “सोचते रह गए”, तो कोई और उसे कर दिखाता है।
समय पर निर्णय लेना ही समझदारी है।


👨‍👩‍👧‍👦 9. परिवार को समय न देना = भावनात्मक दूरी

परिवार को समय देना पैसा कमाने से कहीं ज़्यादा कीमती है।
जो अपने परिवार के साथ समय नहीं बिताता,
वो एक दिन खाली घर और खाली मन के साथ रह जाता है।


🎯 10. अवसरों की अनदेखी = असफलता की गारंटी

“कर लेंगे बाद में” जैसी सोच,
सफलता की सबसे बड़ी दुश्मन है।
जीवन के हर छोटे अवसर में एक बड़ा मौका छिपा होता है।


💭 11. सपनों को टालना = खुद से धोखा

कई लोग कहते हैं, “अभी समय नहीं है।”
लेकिन सच ये है — सही समय कभी नहीं आता, हमें उसे बनाना पड़ता है।


🕊️ 12. मानसिक शांति का खोना

जो व्यक्ति समय को सही जगह निवेश नहीं करता,
वो तनाव और बेचैनी का शिकार होता है।
समय का सही प्रबंधन, मन की शांति की पहली सीढ़ी है।


⛪ 13. ईश्वर के बुलावे को टालना

कई बार परमेश्वर हमें किसी कार्य या सेवा के लिए बुलाता है,
लेकिन हम कहते हैं, “अभी नहीं।”
और यही “अभी नहीं” जीवन का सबसे बड़ा पछतावा बन जाता है।


⚙️ 14. समाज और सेवा में योगदान न देना

अगर आपने अपने समय को सिर्फ अपने लिए खर्च किया,
तो आप “जिए”, लेकिन “मायने” के बिना।
समय का कुछ हिस्सा दूसरों की मदद में लगाना — यही सच्चा धन है।


📅 15. आलस्य = आत्म-विनाश की शुरुआत

आलस्य वो चोर है जो धीरे-धीरे समय और सफलता दोनों चुरा लेता है।
जो कहता है “कल करूँगा”,
वो “आज” की ताकत खो देता है।


💡 16. समय ही सबसे बड़ी पूँजी है
 “पैसा कमाया जा सकता है, लेकिन समय नहीं।”
“हर सेकंड अमूल्य है — इसे यूँ ही न जाने दो।”


  •  समय को निवेश करो — सीखने में, प्रार्थना में, परिवार में, सेवा में —
और देखो, कैसे जीवन खुद तुम्हारे लिए काम करने लगता है। समय को संभालो, जीवन संभल जाएगा

“Time Is Money” — ये केवल एक विचार नहीं, यह जीवन का Universal Law है।
जो समय का सम्मान करता है,
समय वहीँ झुक जाता है।

Friday, October 17, 2025

कैसा हूं मैं?

October 17, 2025 0 Comments

 कैसा हुं मैं?

        अभी शाम के 5:10 समय है। मैं कोटालपोखर स्टेशन में अकेला बैठा हुआ हूं। मैं अपने दोस्त के घर में लगभग 27-28 दिन रहा। मैं उनके घर में अपने मर्जी के अनुसार रहता था, किसी भी चीज का कोई रोक-टोक नहीं। 

         वह बात अलग है कि मुझे उनके घर में दुष्ट आत्माएं परेशान करती थी। लेकिन मैं परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं कि परमेश्वर ने मुझे इतना अच्छा दोस्त दिया है।  जहां तक मुझे याद है, मेरे दोस्त ने मुझे सिर्फ दिया है, बदले में कुछ नहीं लिया है। हां मैं ये जरूर मानता हूं कि मेरे परमेश्वर ने उन लोगों को वह मुसीबत से बचाया है जो (दुष्ट) उनके गांव में कार्य कर रही है। और मैं यह मानता हूं कि परमेश्वर ने उन लोगों को मेरे मदद के लिए ठहराया है। मैं तो यही मानता आया हूं।

        लेकिन इस बार मेरा दोस्त पहले जैसा नहीं लग रहा था, जैसे किसी उलझन में पड़ा हो।

        जब मैं वहां लगभग 20 दिन तक रहा, तो मेरे दोस्त ने मुझे कहा, मेरे कहने पर। यही कि " तुमको तो पता है ना कभी इस घर का जिम्मेदारी मेरा नहीं है। मेरे माता-पिता पूछ रहे थे कि ये अपने घर जाने की सोच रहा है कि नहीं?" 

     जब उसने मुझे बताया कि उसके माता-पिता मेरे जाने के बारे में पूछ रहे हैं। तो मुझे अच्छा नहीं लगा, और मुझे खुद पर तरस आया। लेकिन मुझे गुस्सा नहीं आया, आखिर मैं किस हक से गुस्सा कर सकता हूं।

         इसके बाद अगले दिन मैंने अपना ब्लॉग बनाया और उसमें कहा कि मेरा C.P.U., Keyboard, Mouse, UPS सब मेरे दोस्त के पास है। मैंने ही दिया है, और मैंने यह भी कहा कि मैं उनसे 3000 का उधार लिया हूं। तो मेरा समान मेरे दोस्त के पास है तो वह मुझे पैसे लौटाने के लिए और समय दे इतना तो बनता है। और शायद मैंने यह भी कहा था कि मुझे घर जाने के लिए बोला। मैं दुखी था और पता नहीं मैंने क्या-क्या बोल दिया।

        लेकिन आज जब मैं ना चाहते हुए भी उनके घर से निकला, तो मुझे छोड़ने के लिए रेलवे स्टेशन तक आया। मैं यही सोच रहा था कि मुझे बस भाडे के लिए ₹100 आसपास दे देगा। लेकिन उसने मुझे बहुत सारे पैसे थमा दिया।



       तब मुझे लगा, शायद इसने मेरा वीडियो देख लिया होगा। और मेरा दिल नहीं कर रहा था कि मैं लूं। लेकिन मैं मना भी तो कैसे करूं। फिर भी मैंने मना किया लेकिन मेरे मन करने के बावजूद भी वह नहीं माना।

       जैसे वह मुझे जवाब दे रहा हो, अबे तू मुझे क्या देगा। मैं ही तुझको और दे देता हूं। दूसरे ही पल मुझे लगा, कहीं यह हमारे दोस्ती खत्म करने के इरादे से तो नहीं दे रहा? फिर अगले ही पल मुझे ख्याल आया कि कहीं मेरा कंप्यूटर के बदले में तो नहीं दे रहा? और फिर बाद में बोले, मैंने तुमको तुम्हारे सामानों का पैसा दे दिया है। अब से हमारे बीच में कुछ नहीं रहेगा। 

        इस तरह का गलत ख्याल मुझ में आने लगा। मैं वहां पर सिर्फ इसलिए जाता हूं। क्योंकि मेरा दोस्त है, लेकिन मैं उनके मां बाप का दिल नहीं जीत पाया। 

        जब मैं अपने दोस्त के घर में था, तबमैं सोच रहा था कि मैं कहीं भी। रेलवे स्टेशन में या कहीं भी यहां से जाने के बाद सो जाया करूंगा। और इसके बाद परमेश्वर के राज्य का प्रचार किया करूंगा।

      खाने के लिए कुछ भी सागपात खा लिया करूंगा। और बाकी सारा समय परमेश्वर का काम में लगा दूंगा।

    अब मैं यह सोच रहा हूं, कि कहीं परमेश्वर ने तो उनके मन में यह नहीं डाला? कि मुझे पैसे दे। 

     क्योंकि सच कहूं तो मेरी हालत अभी एक भिखारी से भी गई गुजरी है।

      अभी तक जो भी हुआ है मेरे साथ, मैं तो सबसे पहले परमेश्वर को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उसने मुझे इतना अच्छा दोस्त दिया।

       मैंने अपने दोस्त को थैंक्स बोल दिया।

 ‌‌सच में, मेरा परमेश्वर मेरे लिए उपाय करता है।

Tuesday, October 7, 2025

Today's Vision

October 07, 2025 0 Comments
आज का स्वपन 
आज दिनांक 07 /10 /2025 
                 आज सुबह जब मैं सुबह 6 बजे उठा , तब मुझे बहुत माथा दर्द कर रहा था।  मई जब दुबारा सो कर उठा लगभग १२ बजे / तब मैंने एक सपना देखा था, जब मैं  सोया हुआ था. मैंने देखा कि मैं  यमराज से लड़ रहा हूँ।  मैंने यमराज का गला काट दिया।  मैं  ये इसलिए लिख रहा हूँ , क्योकि मुझे पता है।  इस सपना में कुछ अच्छी message छुपा है मेरे लिए। कहीं मै भूल जाऊँ इस बात को इसलिए लिख रहा हूँ। 
                 मेरा जीवन बचपन से लेकर अब तक रहस्यमय रही है, और मई इसके बारे में किसी को सफाई नहीं  चाहता। 

    सपना में बात करना परमेश्वर का पुराना तरीका है।  ये मैं इसलिए बोल रहा हूँ, क्योंकि अगर आप पवित्र बाइबिल में देखेंगे।  तो आप ये बहुत जगह पाएंगे जब लोगों ने सपने के माध्यम से परमेश्वर की संदेश को जान पाए। सपना आज भी बहुत महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। दूसरों के लिए न सही, मेरे लिए। 

मैं ऐसे में आपको शायद कॉन्फूज़ कर रहा हूँ, मुझे आपको एक तरफ़  से अच्छा से बताना चाहिए। 

Date:16/10/2025
           मैं  हर पल कोसिस करता हूँ कि मैं कोई पाप न करूँ।  लेकिन मैं  फिर भी मैं  कोई न कोई गलती कर ही लेता हूँ, और मुझे ये बात पता है कि  ये सब क्यों हो रहा है? क्योंकि मेरा सही रीती से बपतिस्मा नहीं हुआ है। कहीं ऐसा तो नहीं कि  मैं परमेश्वर की मर्ज़ी पर नहीं जा पा रहा हूँ। नहीं तो मै भला उस आत्मा को जो पवित्र आत्मा है, शोकित क्यों करूँगा। ये मेरे साथ इसलिए हो रहा है क्योकि मैं खुद को परमेश्वर के अनुसार नहीं ढाल पा रहा हूँ। मै  हर रोज गलती करता हूँ, और हर रोज माफ़ी मांगता हूँ। क्योंकि मै  अभी भी इस पापी शरीर से बंधा हुआ हूँ। मुझे नहीं लगता है कि  आप लोगों को मेरे पर्सनल लाइफ में ज्यादा दिलचप्सी होगी, यही सोच कर मै  आज से अपने लाइफ के बारे में नहीं बताना चाहता  हूँ। 
           क्योंकि मैंने देखा कि किसी को भी आज की दुनिया में आपसे ये नहीं चाहिए कि आप उनसे अपनी जीवन की जीवनी सुनाएँ, और इसलिए मैं अब ये सोच रहा हूँ कि मुझे कुछ ऐसा बताना चाहिए जो आपको रोचक लगे और वो जानकारी इंटरनेट में उपलब्ध ही न हो।