Tuesday, August 26, 2025

Manisha Hatyakand Haryana

August 26, 2025 0 Comments

 Manisha Hatyakaand Haryana

         मुझे पता है, इस घटना को दबाने के लिए कोई और नई घटना के तरफ लोगों का ध्यान खींचा जाएगा. और उस मनीषा दीदी के माता पिता की इंसाफ़ की आशा शीशे की तरह तोड़ दी जाएगी.

          क्योंकि जब लोग अपने द्वारा चुनें हुए गलत नेता नहीं समझते हैं, तो ऊपर बैठा परमेश्वर भी उन लोगों को अपनी हालत में छोड़ देता है. ताकि उन्हें एहसास हो सके, जिस हिन्दू राष्ट्र को बनाने के लिए लोग इतना उतावले हो रहे थे, उनका परिणाम कैसा होने वाला है.

         मेरे हिसाब से यह तो बस एक शुरूआत है, फिर भी लोग नहीं समझेंगे. और अगर मैं भी इन राज नेताओं के बारे में कुछ कहूं, तो शायद ये लोग मेरा वजूद ही नहीं मिटा दें 😭. 

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              मै जहाँ काम करता था, वहाँ पर लोग मेरा मजाक उड़ाते थे और कहते थे तुम तो बिकाऊ हो. तुम तो अपने हिन्दू धर्म को छोड़कर क्रिसचन धर्म को अपना लिया, और वे लोग गर्व से कहते,  I am proud that I am hindu. आज मेरा ऐसे लोगों से सवाल है, जो लोग मनीषा दीदी जैसों को जिन्दा सता कर मार देते हैं, क्या वे लोग क्रिसचन है?

           मुझे किसी के भी धर्म से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन जब हत्यारे खुले घूमते हैं और वही हत्यारे लोग हमें धर्म परिवर्तन के नाम पर सताते है. तो किसी को तो होना चाहिए, जो लोगों को यह दिखा सके कि वे जो खुद को सनातनी कहते हैं वे लोग और उनके बिरादरी के लोगों के काम कैसे हैं. मेरे कई हिन्दू दोस्त है जो मुझे समझते हैं और मैं उनलोगों का आदर करता हूँ. 

          मुझे हिन्दू धर्म से नफरत है या हिन्दू लोगों से मेरा नहीं बनता है इसलिए मैं यह नहीं बोल रहा हूँ. 

           मैं मनीषा दीदी के कारण बहुत गुस्से और दुख मे हूँ. और उन पर मुझे गुस्सा है, जो लोग धर्म के आड़ में लोगों पर अत्याचार करते हैं. और फिर भी वे लोग हम मसीही भाईयों को ऐसे देखते हैं जैसे कि हम कोई हत्यारे हैं, और लोग सत्य को नहीं मानते. बस, मुझे हिन्दू भाईयों से इसी बात की चिढ़ है.