Sunday, June 22, 2025

एक चुप कहानी: जब मैं खुद से मिलना भूल गया था

June 22, 2025 0 Comments

एक चुप कहानी – जब मैं खुद से मिलना भूल गया था

दिन – वही थे। लोग – वही थे। पर मैं... मैं कहीं खो गया था।

हर सुबह वही अलार्म, वही नाश्ता, वही हँसी, वही सोशल मीडिया की दिखावटी ज़िंदगी। मैं चलता रहा — भीड़ के साथ। मगर अंदर एक सन्नाटा था।

फिर एक दिन...
वो डायरी मिल गई।

पुरानी, धूल भरी, कॉलेज के दिनों की। जैसे किसी ने समय में छुपा कोई दरवाज़ा खोल दिया हो।

"आज मैं अकेला नहीं हूँ, क्योंकि मैं खुद के साथ हूँ।"

मैं ठिठक गया।
ये मैं ही था? इतना सच्चा, इतना साफ़?

मैंने पन्ने पलटे –

  • जहाँ मैं अपने डर से लड़ता था,
  • सपनों को खुलकर लिखता था,
  • और सबसे ज़्यादा – खुद से प्यार करता था।

🙏 फिर मैंने खुद से वादा किया:

हर दिन के अंत में एक लाइन खुद के लिए लिखूँगा।
ना इंस्टाग्राम के लिए, ना किसी लाइक के लिए —
बस खुद के लिए।

🖊️ आज की लाइन:

"मैं फिर से जी रहा हूँ — अपने साथ।" 🕊️

❤️ अगर आपने कभी खुद को खोया हो, तो ये कहानी आपके लिए है।



👇 कमेंट्स में बताओ – क्या तुमने भी कभी खुद से दोबारा मुलाकात की है?

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Saturday, June 21, 2025

आत्मिक सफर का सच्चा अनुभव

June 21, 2025 0 Comments

 आत्मिक सफर का सच्चा अनुभव

Intro  

           जैसे कि आप लोगों को पता है कि मैं एक संसार एक व्यक्ति था। फिर मेरे साथ एक बहुत ही दिलचस्प घटना घटा। मुझे बचपन से ही खुद पर सक होता था, कि मैं ऐसा क्यों हूं। मैं आत्मिक सफर का सच्चा अनुभव, शॉर्टकट में बताना चाहूंगा। इसको विस्तार से समझने के लिए मेरे जीवन के हर एक पहलुओं को जानना जरूरी है। लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकता कि आप लोगों को एक ही आर्टिकल में सब कुछ खिचड़ी बनाकर मिक्स करके बता दूं। मैं कोशिश करूंगा कि आप लोगों को समझने में कोई दिक्कत और परेशानी ना हो। 


      मैं एकदम शांत मिजाज का लड़का हूं। किसी से कोई बातचीत नहीं कोई रोक-टोक नहीं। मैं अपने ही शान में जीता था। मैं अपने असली नाम भी बताने से डरता हूं। क्योंकि कहीं मेरे जीवन से जुड़े लोगों पर सवाल न उठाया जाए। लेकिन क्या करूं, मेरा जिंदगी में ऐसे ही पड़ाव थे। जिससे हर हर उस व्यक्ति को सिखाना चाहिए जो अपने आदमी जिंदगी को मजबूत या सुधार करना चाहते हैं। अगर आप सच में परमेश्वर को मानते हैं और यह भी मानते हैं किस शैतान भी है, तो यह आर्टिकल आपका बहुत कुछ सिखाएगी। बहुत अजीब बात है अपनी बातों को रखने के लिए मुझे आर्टिकल का सहारा लेना पड़ रहा है। लेकिन मैं क्या करूं, मैं अपनी डायरी लिखूंगा।


शुरूआत: मेरी आदतें

     जैसे कि मैं बोल रहा था मुझे चुपचाप रहना पसंद है। लेकिन अगर कहीं बोलने के लिए मौका मिले तो मैं छोड़ता नहीं हूं। मुझे कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है, बचपन से ही मैं बच्चों की पंचतंत्र जैसी कहानी बहुत पढ़ा करता था। बचपन में मैं अपनी मम्मी पापा को मेरे साथ हो रहे घटनाओं को अक्सर बोला करता था। लेकिन कोई भी मेरे बातों पर यकीन नहीं कर पाता था, या शायद यकीन करते थे लेकिन जताते नहीं थे। क्योंकि उनकी आंखों का एक्सप्रेशन साफ जाहिर करता था कि उन्हें मेरी बातों को समझ में आया। जब मैं किशोरावस्था में आया तब ज्यादा घटनाएं घटने लगी मेरे साथ, जैसे कोई घटना होने का अंदेशा पहले हो जाना। बस इतना ही कोई खास नहीं, मेरा जिंदगी का एक मोटिव था। वह यही था कि मैं एक ही लड़की से प्यार करूंगा और उसी से शादी करूंगा। और दूसरा चीज अगर मेरे कारण से एक परिवार का जान बचता है तो मैं अपनी जान के परवाह नहीं करूंगा। बिल्कुल अपने बाप(यीशु मसीह) का स्टाइल है। और मेरा सबसे खास आदत था और अब भी है किसी से रिश्ता बना लो तो उसको अंत तक निभाना, चाहे वह दोस्ती का रिश्ता हो, भाई बहन का, या फिर किसी भी चीज का रिश्ता हो। एक बार किसी से बना लिया तो तोड़ेंगे नहीं, मैं अपने जीवन पर बहुत ही अच्छा था। बस अपने गांव और अपने परिवार के लिए कुछ करना था, लेकिन मुझे क्या पता कि इस जिंदगी की राहें मुझे कहीं और ही ले जाएंगे।


      मैं अपने हिसाब से बिल्कुल सही था। किसी के लिए कोई जलन या नफरत नहीं, और ना ही किसी से कोई लेना देना। कई बार लड़कियों को पटाने की भी कोशिश किया 🤭 लेकिन मैं नाकाम रहा। मैं नाकाम इसलिए हुआ क्योंकि मुझे ज्यादा इंटरेस्ट नहीं था लड़कियों में। अगर मुझे किसी ने था तो वह अपने जैसा होना चाहिए, जबकि आजकल ऐसा कोई भी नहीं है। मेरे बारे में फिलहाल तो इतना ही याद आ रहा है, क्योंकि मैं आप लोगों को अपने बारे में सब कुछ अच्छा सा बताना चाहता हूं। यही कि मैं अपना आत्मिक सफर कैसे तय किया, मैं यह सोचता हूं कि अगर कोई मुझे ऐसा इंसान मिल जाता जो मुझे वह सब बातें बताता है जो मैं आपको बता रहा हूं। तो आज मेरी जिंदगी वाकई में बहुत अच्छा होता,😞 अब मैं थोड़ा सा उदास हूं। क्योंकि जैसा जिंदगी मैं चाहता था वैसा मैं नहीं कर पाया।

To Be Countinue (paused by some technical issues)

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Tuesday, June 17, 2025

वह आने वाला है

June 17, 2025 0 Comments

 वह आने वाला है

  Intro

    आखिर क्यों मैं इतनी रात को अपनी डायरी लिख रहा हूं?

दिनांक 18/06/2025

अभी रात के 02:59 AM हुआ है। 03 बजने ही वाला है। मैं परमेश्वर को साक्षी मानकर अपनी यह डायरी लिख रहा हूं, आखिर ऐसा क्या चीज है जो मुझे इतनी रात को लिखने के लिए मजबूर कर दिया। मैं खुद को एक पापी इंसान मानता हूं, क्योंकि मैंने अपने परमेश्वर को दुख पहुंचाने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं किया है। अगर मैं भी दूसरे सांसारिक लोगों के जैसा होता, और परमेश्वर को नहीं जानता। तो बात अलग थी, लेकिन मैं तो परमेश्वर से रूबरू हुआ हुं। मैं खुद को किसी बाबा या किसी धर्म का अगुवा नहीं मानता हूं। क्योंकि संसार में ऐसे ऐसे लोग भी हैं जो यह विश्वास नहीं करते हैं कि जो मैं बोल रहा हूं वह बिल्कुल सही बोल रहा है। पवित्र शास्त्र के अनुसार मैं यहोवा परमेश्वर की शपथ नहीं खा सकता, लेकिन बातों को अपने प्रभु के सामने रख सकता हूं। और इसीलिए मैंने कहा कि मैं परमेश्वर को साक्षी मानकर अपनी बातों को इस डायरी में लिखता हूं।



मेरी दशा

  मैं तो वह नाली का कीड़ा हूं, जो किसी का भी नहीं हो सकता है। ना अपने परिवार का, ना इस पापी संसार का और न ही परम प्रधान परमेश्वर का। क्योंकि मैं खुद को पवित्र नहीं रख पा रहा हूं, लेकिन आज मैंने कुछ ऐसे स्वप्न देखें है, जिसे लिखना मेरे मन में मना किया गया है। जैसे मैंने यह सोचा कि जो मैंने देखा उसे मैं लिखूं, वैसे ही मेरे मन में एक हल्की आवाज में एक बात आया। "उसे‌ मत लिख" लेकिन मैं फिर भी लिखूंगा। क्योंकि मेरा परमेश्वर गड़बड़ का परमेश्वर नहीं है। वह जब कुछ भी बताता है तो साफ-साफ बताता है, इसलिए मैं यह समझता हूं की परम प्रधान ने मुझे लिखने से मन नहीं किया है। और एक बार में साफ-साफ बोल रहा हूं कि न मैं कोई बाबा हुं, और न ही मैं किसी भी धर्म का अगुवा, मैं उस परमेश्वर का तुच्छ दास हूं, जिसने सारी सृष्टि बनाई है। और ना ही मैं किसी धर्म के प्रचारक हूं। जब मैं लिखना शुरू किया तब मेरा शरीर-हाथ, कांप पर रहा था।

आखिर क्या देखा मैंने

   ऐसा बात नहीं है कि मैं यह पहली बार देख रहा हूं, मैं यह आज से से ‌‌‌12-13 साल पहले से देख रहा हूं। लगातार एक ही सपना, यह कैसे मुमकिन हो रहा है? और सपने में बताएंगे हर एक चीज क्यों पूरा हो रहा है? पहले मैं यह सब नजर अंदाज कर रहा था, लेकिन अब मैं नजर अंदाज नहीं करूंगा। क्योंकि मेरा नजर अंदाज करना, मुझे भारी पड़ सकता है।

    मैं आपको ( यानी इस डायरी को) केवल इंपॉर्टेंट घटना को ही बताऊंगा। क्योंकि मेरा कोई दोस्त नहीं जो मुझे समझ सके। अब तक मैंने जो देखा था, वह यादें धुंधली होती जा रही है। जैसे की कोई मेरे दिमाग से छेड़छाड़ कर रहा हो। जैसे की कोई यह चाहता है कि मैं इन बातों को आपके सामने ना रखूं। लेकिन मैं परमेश्वर से प्रार्थना की है कि मेरी यादें धूधली न हो और शायद इसलिए मैं अभी लिख पा रहा हूं।

क्या देखा था मैंने

  मैंने देखा, कि मैं और मेरा दोस्त मनु। हम दोनों लैपटॉप खरीदने के लिए कहीं जा रहे हैं। रास्ते में एक व्यक्ति मिला, और कुछ नहीं है मुझसे कहा कि अगर तुम्हें लैपटॉप चाहिए तो मैं तुम्हें एक कोड बताता हूं। और दुकान में यह कोड बता देना, ताकि वह कम दाम में एक अच्छा लैपटॉप दे सके। मैं ज्यादा कुछ ना सोचते  हुए एक दो कदम आगे बढ़ा, और मैं जैसे ही आगे बढ़ा मेरा दोस्त मुझे पीछे था, वह दुकान के पास आया। क्योंकि वह पीछे था मैं अपने दोस्त की तरफ गया और इधर-उधर से तीन-चार लोग आए। उन में से एक के पास बंदूक था, जो शायद उन लोगों का हेड था। मुझे अपने दोस्त के साथ कहीं ले जाया जाने लगा। मुझे आभास हो गया, कि जहां भी लैपटॉप मिलेगा। यह लोग हमसे छीना झपटी करेंगे। मैं समझ गया कि यह लोग चोरी का माल बेचते हैं, और जो दो तीन चार लोग थे वे सभी भी उन चोरों का ही गैंग है।

    जब हम दोनों को कुछ दूर ले जाया गया, तब मुझे पता चला कि मेरा दोस्त ने उन लोगों के साथ हाथ मिला लिया है। और उसने मुझे पकड़वाया है। मेरे कहने का मतलब है, एक सुनसान जगह पर मेरा दोस्त मुझे उन लोगों के हाथों सौंप कर हंसते हुए दूर जा रहा था। तभी अचानक उन लोगों में से दो-तीन लोगों ने उसको भी पकड़ लिया। ऐसा लगा जैसे कि उन लोगों ने मेरे दोस्त के साथ झूठा वादा किया होगा, कि हम लोग तुमको छोड़ देंगे।

     अब हम दोनों को किसी भी लैपटॉप दुकान में नहीं ले जाया गया। सबसे पहले तो मुझे मारने की कोशिश किया गया, उन लोगों ने मुझे गोली मारने की कोशिश किया। लेकिन गोली मुझे नहीं लग रहा था। इसके बाद उन लोगों ने मुझे और मेरे दोस्त को‌ ऐसा जगह ले जाया गया। जहां पर बहुत सारे लोग बैठ करके किसी देवी या देवता का पूजा कर रहे थे। नजदीक जाने के बाद मुझे पता चला, कि हम दोनों को नरबलि के लिए लाया गया है। क्योंकि जो मूर्ति मुझे दिखा वह जीवित दिखाई दे रहा था, वह मूर्ति दिखने में जीवित इंसान की तरफ प्रतीत हो रहा था। मैं उस मूर्ति के बारे में बताता हूं, वह एक औरत की मूर्ति था। और वह खून से लथपथ है, वह‌ अपनी लंबी जीभ निकाली हुई है, जैसे कि वह लोगों का रक्त पीना चाहती हो। नहीं यहां पर उस देवी का नाम नहीं बता रहा हूं, मैं बस उसके बारे में बता रहा हूं।

    अब लोग ज्यादा से ज्यादा मंत्रों का उच्चारण कर रहे थे। और जो लोग हमें ले आए थे, उनमें से एक मुझसे कहता है नाच। लेकिन मैं नचा नहीं, मैं उनके मंच में जाकर उन लोगों से कहने लगा " यहोवा आ रहा है" और यही चीज मैं गाते गाते बोलने लगा। उसके बाद जब मैं जा रहा था तब मैं यह सोच रहा था कि कोई आकर मेरा गला काट देगा। लेकिन ऐसा हुआ नहीं, मैंने देखा जो लोग हम दोनों का गला काटने वाले थे। उन लोगों का गला कोई अदृश्य शक्ति काट रहा था। और साथ में मैं भी काटने लगा उस अदृश्य शक्ति के साथ। वह शायद परमेश्वर का कोई दूत होगा, ऐसा मैं सोचता हूं। लेकिन जब उन लोगों का गला कट रहा था, तब मुझे ऐसा लगा जैसे कि परम प्रधान परमेश्वर खुद उन लोगों का गला काट रहे हों। अब भीड़ में अफरातफरी का माहौल था। मैं उन लोगों से बोल रहा था, जो बच गए थे और जिनका गला नहीं काटा "मैं जिसको मानता हूं वह जीवित परमेश्वर, वह किसी मूर्ति में वास नहीं करता है। जब तुम लोग मुझे और मेरे दोस्त को काटने ( बलि‌ करने) वाले थे। तब मेरा यहोवा ने मुझे बचाया। पर अब जब तुम लोगों का गला कट रहा है, वह भी तुम ही लोगों के देवी के सामने। फिर भी तुम्हारी देवी तुम लोगों के लिए कुछ नहीं कर रही है।" ऐसा लग रहा था कि मेरे परमेश्वर की उपस्थिति के समने वह देवी लाचार है। और मेरे परमेश्वर की उपस्थिति मेरे आवाज से प्रकट हो रहा था। ऐसा लग रहा था कि मेरा आवाज में वजन है।

   इस घटना के बाद मैं और मेरा दोस्त बाहर निकले। लेकिन मैं दरवाजे से बाहर निकल चुका था। अब मेरा दोस्त और उसके साथ एक लड़का (वह लड़का कहां से आया पता नहीं, लेकिन अब हमारे साथ। शायद जब मैं बोल रहा था तब उनका मन परिवर्तन हुआ होगा) दोनों अंदर में ही थे। मेरे प्रचार के पास उन दोनों में अलग जोश दिखाई दे रहा था। और वे दोनों देवी की तरफ जाने लगे। लेकिन जैसे ही वे दोनों उस देवी के नजदीक गए, वैसे ही ‌‌‌उस देवी ने उन दोनों को अपनी शक्ति से हवा में उछाल दिया। अब दोनों उस देवी के प्रकोप का शिकार हो गए थे, मैं दरवाजे के बाहर सब कुछ देख रहा था। अब मैं क्रोध में आ गया और जैसे ही मैंने अपना एक पैर गुस्से से उस देवी के चौखट में रखा वैसे ही वह देवी मुझसे डर कर शांत हो गई। असल में वह मुझसे नहीं बल्कि मेरे अंदर में जो परमेश्वर जो परमेश्वर है, उससे डर रही थी। ऐसा लग रहा था मैं और मेरा परमेश्वर ( यीशु मसीह) हम एक हैं।

   इतने में मेरा आंखें खुल गया। यह देख कर मैं बहुत ज्यादा भयभीत हो गया, कि फिर से परमेश्वर ‌‌‌‌ने अपने आने का संकेत दिया है।  मैं इसलिए घमंड नहीं करता हूं कि मैं टैलेंटेड हूं, मुझ में हुनर है। मैं इसलिए घमंड करता हूं क्योंकि मैं परमेश्वर को जानता हूं। मैं यह सब लिखने से इसलिए नहीं घबरा रहा हूं, क्योंकि उस दुष्ट ने मुझे बहुत परेशान किया है। अब जब परमेश्वर की कृपा हुई है, तो अब मेरी बारी है। मेरी लड़ाई इंसानों से नहीं है, बल्कि उस अंधकार की शक्तियों से है जो इंसानों को पापों की ओर धकेलती है।

मैंने जो सपना देखा था। अब मुझे इतना ही याद है। लेकिन फिर भी मुझे आपसे बहुत कुछ कहना है।


दिनांक 19/06/2025 03:00 PM

जब से मैंने ऊपर के सभी चीजों को लिखा है। तब से मेरा तबियत बिगड़ हुआ है।

दिनांक 22/06/2025

मैं बस यही स्टडी कर रहा था की जो मैंने सपना देखा था, इसका मतलब क्या है। क्योंकि परमेश्वर का हमारे साथ सपनों के द्वारा बात करने का पुराना तरीका है। अभी रात के 12:22 हुआ है और मैं अपनी डायरी लिख रहा हूं। आप लोगों को बताना तो नहीं चाहता हूं लेकिन फिर भी मैं बताता हूं। व्यभिचार की आत्मा मुझे बहुत परेशान करती थी, और जब से मैंने यह सपना देखा है  उसके बाद से व्यभिचार मेरे दिल और दिमाग से निकल चुका है। मुझ में एक सबसे बड़ी गंदी आदत थी, और वह था अपने वीर्य को नाश करना। अब ऐसा लग रहा है कि मैं बदल रहा हूं। यह प्रक्रिया मेरे साथ हो चुका है पहले, कि मैं पहले कैसा था और मैं कैसे बदल गया।

        वह सब लंबी कहानी है, अभी अगर मैं यहां वहां बताऊंगा तो कुछ समझ में नहीं आएगा। इसलिए मैं चाहता हूं कि एक अच्छा सा आर्टिकल लिखूं अपने जीवन से संबंधित। ताकि किसी को भी पढ़ने में और समझने में दिक्कत ना हो। मैं अभी जान रहा हूं कि बहुत सारे लोग, जो मैं लिखता हूं उसको पढ़ने में दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। लेकिन मैं कोशिश करूंगा  दिक्कतों को खत्म करने के लिए।

Monday, June 16, 2025

Answers For Hindusam

June 16, 2025 0 Comments
Answers For Hindusam

सवाल एवं जवाब 
मुझे यह करते हुए बहुत खेद हो रहा है कि कुछ हिंदु धर्म के भाईयों ने मुझे अपने शास्त्रों के अनुसार नहीं बल्कि अपने अनुसार मेरे सवालों का जवाब दिया। जबकि उन्हें अपने शास्त्रों के अनुसार जवाब देना चाहिए था। और सबसे खराब तो मुझे इस बात का लगा कि वे लोग कहते हैं कि हम लोग किसी जानवर को बलि नहीं करते हैं, और जब मैंने उनसे कहा कि मेरे पास कई ऐसी वीडियो है जिसमें दिखाया जा रहा है कि मंदिरों पर बलि किया जाता है। इसके बाद उनका क्या जवाब था पता है?  उनका जवाब था यह सच नहीं है। यह उन लोगों का काम है जो धर्म परिवर्तन कराते हैं। तो मेरे कहने का मतलब यह है, कि अगर आपको अपने ही धर्म के बारे में सही से नहीं पता तो फिर दूसरों के बारे में क्यों उंगली उठाते हो? 
       अच्छा चलिए मैं आप लोगों को वह सब वीडियो शेयर करता हूं।
Credit Goes to Owner 


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  अपना बस एक ही स्टाइल है, मैं किसी को नहीं छेड़ता हूं, लेकिन अगर कोई मुझे छेड़ दे। तो फिर मैं छोड़ना भी नहीं हूं। यह मेरा बहुत ही फेमस कहावत है।
   मेरे कहने का मतलब है आपको जब अपने ही धर्म के बारे में ज्ञान नहीं है। तो आपको सीधा-सीधा बोलना है मुझे नहीं पता है। डींगे क्यों हांकते हो?
   मैंने एक टॉपिक शुरू किया है आत्मिक दुनिया, और जैसे कि मैं इसमें कहा था कि मैं आदमी की दुनिया में अपने पर्सनल अनुभव को शेयर करूंगा। मैं पहले खुद हिंदू था, और अभी मैं हिंदू धर्म नहीं मानता हूं। इसके कई सारे कारण है, मैं वह सब चीज नहीं बताना चाहता हूं।
   और जब मैं अपने हिंदू भाइयों से कहा कि मैं यीशु मसीह को मानता हूं। तब उन्होंने कहा तुम्हें पैसे दिया गया था और तुम लोग बिक गए। 😠, मतलब कुछ भी। मुझे खराब तब लगता है जब लोग मेरी बातों का मेरे सवालों का जवाब नहीं दे पाते हैं और बातों को दूसरे टॉपिक में ले जाते हैं। मैं आप लोगों को और एक वीडियो दिखाना चाहता हूं।
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Thursday, June 12, 2025

आत्मिक दुनिया

June 12, 2025 0 Comments

 आत्मिक दुनिया

परिचय 

    अब तक मैंने बहुत जिंदगी जी ली। मुझे नहीं लगता था कि इस संसार का दुनिया भी इतना अजीब हो सकता है। यह मैं इसलिए बोल रहा हूं क्योंकि यहां पर सभी लोगों को पता है कि हम एक न एक दिन मरेंगे। लेकिन फिर भी इंसान ऐसे जीते हैं जैसे कि वे अमर हैं। कभी-कभी तो मुझे ऐसा लगता है कि इंसान इतने बेवकूफ कैसे हो सकते हैं। क्योंकि मैं भी इन बेवकूफों हूं में सही एक हूं। 

      अगर हम आत्मिक दुनिया के बारे में बात करें, तो यह बिल्कुल सही है। मेरे कहने का मतलब है कि यह आत्मिक दुनिया सच में मौजूद है। खासकर यह उन लोगों से पूछे जो यह दावा करते हैं कि मैं मरने वाला था। या फिर आप उनसे पूछे जो सात आठ दिन के लिए कोमा में था। ऐसे इंसान ही आपको इसके बारे में अच्छा से समझा सकता है। वैसे तो पवित्र ग्रंथ में इसका उल्लेख मिलता है लेकिन जो नास्तिक टाइप के लोग हैं वह ऐसे लोगों से पूछ सकते हैं जिनके बारे में मैं अभी बताया। 

       वैसे मैं आपको बता दूं हम इस आर्टिकल में ऐसे ऐसे चीजों के बारे में चर्चा करने वाले हैं, जिनका मेरा खुद पर्सनल का अनुभव है। अनुभव तो छोड़ो जिसका मुझे सबूत भी मिला है। अब मैं नहीं चाहता कि कोई मुझे इस आर्टिकल के करण मुझसे सबूत मांगे, कहीं सबूत के चक्कर में लेने के देने ना पड़ जाए। क्योंकि आत्मिक दुनिया में या इसी दुनिया में भी दुष्ट आत्माओं से लड़ने में बहुत ही ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है। क्योंकि दोस्त अपनों से लड़ने के लिए एक ही चीज की जरूरत है और वह है पवित्रता।

      बहुत सारे लोगों को तो पवित्रता का परिभाषा ही नहीं पता है। वे लोग सोचते हैं कि गंगा में एक दो बार डुबकी लगाऊं तो मैं पवित्र हो जाऊंगा। मैं दूसरे धर्मों का सम्मान करता हूं जिसके कारण मैं उसके नियमों पर अंगुली नहीं उठाता। लेकिन जरा एक दो बार तो सोच भी सकते हैं कि क्या ऐसा वाकई में होता है? अगर हय इन सब चीजों के बारे में चर्चा करेंगे तो आपका मन भटक जाएगा, क्योंकि हमारा टांपिक है आत्मिक दुनिया। 

अस्तित्व: मेरा अनुभव 

    मैंने जो अनुभव किया है अब तक, वह मैं आपको बताना चाहता हूं। यही कि आत्मिक दुनिया सच में मौजूद है या नहीं? क्या सच में इसका अस्तित्व है या नहीं? अब मैं आपको कुछ रहस्यमय चीजों के बारे में बताऊंगा। मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि मैं अपनी कहानी कहां से शुरू करूं, क्योंकि अगर हम‌ अब इस बातों पर चर्चा करेंगे तो बहुत लंबा हो जाएगा। मैं आपको इसमें केवल अपना अनुभव को शेयर के बारे में बताऊंगा।

          मैं संसारिक आदमी था, मुझे लगता था कि ये धन दौलत और शोहरत हासिल करने से हम सफल हो जाएंगे। लेकिन रिएलिटी इससे एकदम उल्टा है। उस मनुष्य को क्या लाभ जब वह सारे संसार को प्राप्त कर ले और अंत में (मरने के बाद) अपना प्राण को खो दे। 


    जरा कल्पना कीजिए, कि आप आज बहुत सारे बड़े कंपनी के मालिक बन गए हैं और बनने के कुछ देर बाद आपको पता चला कि आप मर चुकें हैं। बस आपको अपनों की रोना सुनाई दे रही है। और उस समय आप यह सोचते हो कि अब मेरा क्या होगा? तब आपको पता चलेगा कि जो धन दौलत और शोहरत आपने कमाया था वह आपकी आत्मा को नहीं बचा सकती है। तब आपको एहसास होगा कि काश जब मैं जिंदा था तब सच्चे परमेश्वर को जाना होता।

    अब सच्चे परमेश्वर की बात कहां से आ गई? जरा सोचिए। आप यह सोचते हो कि आप जिस भगवान को पूजते हैं वही सच्चा है। लेकिन क्या कभी आपने इन बातों पर ध्यान दिया है?

  • व्यभिचार
  • चोरी
  • धोका
  • समानता न मानना
ये सब गुण जिसके पास होगा वह भगवान कैसे हो सकता है। भगवान यानि परमेश्वर का अवतार या इंसानी रूप।
     आम का पेड़ से कटहल का का फल कोई नहीं तोड़ता है और न ही अंगूर की लता से कोई खीरा।
      अब आपको लग रहा होगा कि मुझे ये बातें क्यूं कहा जा रहा है? चलिए मैं आपको बताता हूं। आत्मिक दुनिया का सबसे बड़ा युद्ध यही है। लोगों को सच्चे परमेश्वर से दूर रखना। इस‌ संसार में क्या चल रहा है यह बात जबसे पता चला है मुझे एक पल की खुशी को इंजॉय करने के लिए भी समय नहीं मिलता है। लेकिन फिर भी मैं खुद में ही खुश होता हूं‌,‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ क्योंकि अब 99.9% लोग तो संसारिक मोह-माया में मग्न हैं। सबसे बड़ा प्रोब्लम यही है कि जो सोच रहा है कि मैं जिसको (परमेश्वर) मानता हूं  वह बेस्ट है और क्यों बेस्ट है यह उसको पता नहीं। उसने क्या ग़लती की है, पता नहीं। क्योंकि पूर्वज करते आए हैं। इसलिए।
ये शैतान का सबसे बड़ा फंडा है। और हमारा ज़मीर भी तो नहीं मानता है न कि मैं और मेरी फैमिली जिसकी पूजा इतनी दिन से कर रही थी वह तो एक fallen angel निकला। 
   मुझे सच्चे परमेश्वर को खोजना है, यही बात ने मुझे बदल दिया। मैं लोगों से यह सुनता था कि एक ही परमेश्वर है और वही है राम, कृष्ण, विष्णु, मोहम्मद, अल्लाह, यीशु मसीह, बुद्ध इत्यादि।
   मतलब, हद है यार! ऐसा कैसे हो सकता है। कोई तो होगा जो सबसे बड़ा हो। तो सब लोग अपने-अपने धर्म को बड़ा बताते। मैं इस युद्ध में प्रवेश कर चुका था। और जब ये बात परमेश्वर ने मुझ में देखा होगा। तभी ही शायद मैंने एक सपना देखा था 2018 में। मैं सृष्टिकर्ता परमेश्वर को साक्षी मानकर अपनी बातों को रखता हुं कि मैंने जो कुछ भी उस समय सपना में देखा था वह मैं सच सच कहूंगा। उसमें एक भी झूठ नहीं होगा। 
   मैंने देखा कि जितने भी देवी देवता हैं सब झुक कर मुझे प्रणाम कर रहे हैं। और देवताओं की भीड़ मैं गीन नहीं पाया। और तब मैं यीशु मसीह को मानता था। बस यीशु मसीह ही उन देवताओं की भीड़ में नहीं था। मेरे कहने का मतलब यह है कि यीशु मसीह ने मुझे इन देवताओं से ऊपर का दर्ज़ा दिया। क्या आपको यह नहीं लगता है? बिल्कुल यही बात है। आत्मिक दुनिया में हो रहे घटनाओं को समझने के लिए आपको "वह आने वाला है" जरुर पढ़ना चाहिए।
      और इसीलिए शायद जब आप पवित्र बाइबल में पढ़ते है, तो उसमें पाते हैं कि सृष्टि कैसे हुई थी और यह साबित होता है कि सब कुछ परमेश्वर ने ही बनाया है। चाहे वह दिखाई देने वाली चीज हो या बिना दिखाई देने वाली चीज हो।

क्या है यह आत्मिक दुनिया

       आत्मिक दुनिया मतलब आत्मा की दुनिया, जहां शरीर का कोई लेना देना नहीं है। इस दुनिया में कभी-कभी हम इंवॉल्व हो जाते हैं। इसको सीधे तरीके से समझने के लिए हम कह सकते हैं कि जिस तरह एक सिक्के की दो पहलू होती है, इस तरह ही संसारिक दुनिया और आत्मिक दुनिया है। मैंने इसके बारे में आप लोगों को ऊपर में समझाया है, वह तो बस आत्मिक दुनिया का 0.000001% ही था। मैं खुद अपनी दुनिया में इंवॉल्व हो चुका हूं, और इसीलिए मैं जिससे भी मिलता हूं। उनको लगता है कि मैं एक पागल सिरफिरा हूं, जो थोड़ा बहुत आत्मिकता को जानते हैं उन्हें यह बहुत अच्छा सा समझ में आ रहा है कि मैं क्या बोल रहा हूं।


     जब मैं परमेश्वर को जाना, तो मेरी आंखें खुल गई। लेकिन फिर भी मेरे साथ कुछ ऐसा घटना हुआ। जो घटना मेरा और मेरे परमेश्वर के बीच का रिश्ता को तोड़ दिया। नहीं तो शायद हो सकता था कि मेरे माध्यम से कितने सारी लोगों की आत्माएं बचाए जा सकती थी। अगर आप भी एक आत्मिक व्यक्ति हो, तो इस आत्मिक दुनिया में आप बहुत खतरे में हैं। क्योंकि इस दुनिया में कुछ दिखता नहीं है, लेकिन होता बहुत कुछ है। ऐसा बात भी नहीं है कि कुछ नहीं दिखता है, बहुत कुछ दिखता है लेकिन आत्मिक आंखों से। अगर मैं यह कहूं कि एक नॉर्मल इंसान कोई यह सब नहीं दिखता है, तो बुरा नहीं होगा।

चलिए मैं आप लोगों को बताता हूं कि मैं क्या था।

  • मैं परमेश्वर से मूसा के जैसा रूबरू हुआ था। मैं मानता हूं मैं परमेश्वर को नहीं यीशु मसीह को देखा था। लेकिन बात तो वही है, क्योंकि उस परम प्रधान परमेश्वर का तेज को शायद मैं भी नहीं देख सकता। जब मैं परमेश्वर को देख रहा था, तब मेरी आंखें उनके घुटने तक ही उठ पाया। मैंने उस ऑफर देखने की कोशिश किया लेकिन मेरा हिम्मत नहीं हुआ। मैं यह बात मानता हूं कि मैं परमेश्वर को फेस टू फेस नहीं देखा। भले उसने मुझे साक्षात दर्शन दिया, लेकिन उसे समय मेरी आंखों से आंसू निकल रहा था। मेरा हिम्मत नहीं हो रहा था कि मैं उस परम प्रथम परमेश्वर के बेटे यीशु मसीह के चेहरे को देखूं।
  • मुझे उस समय एहसास हो गया और उन लोगों से नफरत करने लगा था। जो लोग चर्च तो चलाते हैं, लेकिन खुद परमेश्वर की मर्जी के अनुसार नहीं चाहते। और वचन को तोड़ मरोड़ करके अपने मर्जी के अनुसार, घुमा फिरा कर लोगों को सुनाते थे।
  • मुझे बहुत ज्यादा गर्व होता था, इसलिए नहीं की परमेश्वर ने मुझे दुष्ट आत्माओं के ऊपर अधिकार दिया। बल्कि इसलिए अगर होता था कि मैं परमेश्वर को जान चुका था।
  • उस समय मेरा आवाज में एक तेज था। अगर कोई ऐसा व्यक्ति समय मिलता था जिसमें जादू टोना किया गया हो। तो वह व्यक्ति केवल मेरे साथ बात करने मात्र से थोड़ा ठीक फील करता था। क्योंकि मैं यीशु मसीह में था और वह मुझ में था।
  • अब शैतान को इससे परेशानी नहीं हो रहा था, कि मुझे दुष्ट आत्माओं के ऊपर अधिकार दिया गया। अगर मैं भी भारत के प्रोफेट बजिंदर के जैसा केवल चमत्कार करता। और केवल चमत्कार ही करते रहता दूसरा कुछ नहीं करता तो अब भी शायद मैं ठीक-ठाक ही रहता। लेकिन जैसा आप वैसे बेटा, मेरा यीशु मसीह प्रचार करता था, उसके प्यारे चेले भी प्रचार करते थे। और पवित्र आत्मा मुझे लोगों की चैन चंगाई के लिए प्रेरित नहीं करती थी, वह मुझे प्रेरित करती थी सच्चा सुसमाचार फैलाने के लिए। क्योंकि केवल सच्चा सुसमाचार के द्वारा ही लोगों को उधर का मार्ग मिलेगा। और उधर का मार्ग क्या है, यह बात उसको पता है जिसका उद्धार हो चुका है।
  • मैं बस एक चीज चाहता था, कि सभी धर्म के लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में बताना। यह कि परमेश्वर का राज्य मनुष्य के बीच आ चुका है।
  • मैं दोबारा बोलता हूं, मैं परम प्रधान परमेश्वर के साक्षी मानकर के अपनी बातों को आपके सामने रखता हूं। सच में दुष्ट आत्माएं होती हैं, और त्रिएक परमेश्वर (पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा) के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है।
  • जैसे कि मैं बोल रहा था, मुझे पुत्र परमेश्वर का दर्शन मिला है। इसके बारे में मैं ऊपर में बोल चुका हूं।
  • पवित्र आत्मा परमेश्वर, उनके साथ रहता है जो लोग यीशु मसीह को अपना आधार पर उद्धारकर्ता स्वीकार करते हैं।

           मैं अभी प्रजेंट में, यह सब खो चुका हूं। और मैं चाहता हूं कि मेरे लिए दूसरा सबसे दर्दनाक नरक बनाया जाए। क्योंकि मैंने परमेश्वर को धोखा दिया। जिसके कारण वह सारा अधिकार जब मुझ में था, अब मुझ में नहीं है। दूसरे शब्दों में मैंने अपना उद्धार खो दिया। क्योंकि मैंने जानबूझकर के व्यभिचार किया था। मैं यह नहीं चाहता हूं कि कोई ऐसा व्यक्ति भी मेरा जैसा गलत काम करें। जिनका उधर यीशु मसीह में विश्वास करने से हो चुका है। अगर आप भी जानबूझकर के मेरे जैसे गलती करते हैं, तब तो आप मुझसे भी बेकार ठहरते हैं।

       मैं जानता हूं कि मैं यह सब बात किसी को भी नहीं बता सकता। इसलिए मुझे विश्वास है, जो कोई भी मेरा यह आर्टिकल पढ़ रहा है। वह आप खुद को मुझसे बेहतर तैयार करेंगे। पता है मैंने क्या गलत है किय? 

  • मैं जागरूक नहीं था, मैं पवित्र बाइबल पढ़ना धीरे-धीरे छोड़ने लगा था।
  • मुझ में मूवीस देखना, वेब सीरीज देखना, सांसारिक गाने सुना और सांसारिक लोगों से संगति है रखना मैं जारी रखना।
  • मैं सांसारिक लोगों के साथ संगति रखता था यह मेरा गलती नहीं था। मैंने उनको भी कुछ नहीं बोला जो एक प्रचारक होकर के गलती कर रहा था।
  • शैतान को मुझ में बसने के लिए बस एक वजह चाहिए था। चाहे वह वजह कुछ भी हो।
  • मुझे पता है किसी दिन शैतान मुझे पागल कर देगा। और तब मैं इन बातों को आपके सामने नहीं रख पाऊंगा। इसलिए वक्त रहते मैं आपको बता रहा हूं।
  • मैं शैतान से लड़ने के लिए तो निकला था, लेकिन मैं हथियार( पवित्र बाइबल) घर में छोड़ गया था। घर में छोड़ने से मेरा मतलब है, वह मेरे अंदर नहीं था। क्योंकि बाइबल तो मैं हर वक्त मेरे साथ ही रखता था। लेकिन फिर भी मैं खुद वचन के अनुसार नहीं चला।
  • क्योंकि शैतान से लड़ने के समय, सारी चीजों का जवाब शैतान के पास होता है। लेकिन पवित्रता का कोई जवाब नहीं होता।
  •  इसलिए आप पवित्र बनाए, जैसे आपका पिता पवित्र है। मैं परमेश्वर के पिता इसलिए नहीं कहा, क्योंकि मैंने वह हक खो दिया है। अब तो मुझे नर्क का सजा भी मेरे लिए कम लग रहा है।😞



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Tuesday, June 3, 2025

ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके।

June 03, 2025 0 Comments

   परिचय


जैसे कि आप लोगों को पता होगा शायद, कि मैं रवि अपने जिंदगी के उन पहलुओं को आपके साथ साझा करने जा रहा हूं। जो मेरे साथ लगभग 25 साल के अंतर्गत बीता है, ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके से संबंधित उन घटनाओं को आपके साथ साझा करूंगा, जो मेरे साथ बीत चुकी है। क्योंकि ऑनलाइन के चक्कर में बहुतों ने शायद मेरे जैसे, बहुतों ने पैसा पानी की तरह बहा दिया होगा। लेकिन कोई बात नहीं आज हम लोग यही सब बातें करने वाले हैं। हालांकि ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके  जैसे सभी बातें उनसे पूछी जाती है जिन्हें अपने जिंदगी का बहुत ज्यादा तजुर्बा हो। लेकिन मैं खुद को उन बड़े लोगों के बीच में गिनती नहीं करता हूं क्योंकि मुझे खुद पता है कि मुझे ज्यादा नहीं आता। हां लेकिन पूरी ईमानदारी के साथ इतना तो जरूर सिखा सकता हूं या बता सकता हूं, जितना मैंने अब तक सीखा है।

   अगर आप हमारे साथ अंत तक बने रहते हैं तो हम आपको यकीन दिलाते हैं कि आपका समय बर्बाद नहीं होगा। क्योंकि अभी के समय में ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीके बताने के लिए मार्केट में बहुत से लोग हैं। लेकिन वे लोग आपको सही जानकारी देंगे इसका कोई गारंटी नहीं है, पर मैं रवि आप लोगों को पूरा गारंटी देता हूं कि आपका एक भी पैसा खर्च नहीं होने दूंगा। और अगर आप थोड़ा सा खर्च करते हैं तो वह खर्चा भी बेफिजूल जाने नहीं दूंगा। क्योंकि ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके बहुत हैं, पर आप उनमें से कौन सा रास्ता अपनाओगे यह आपको ही पता है। हम इसमें फ्री वाले और जिसमें पैसे भी लगते हैं इन दोनों तरीकों के बारे में आपको मैं बताऊंगा। लेकिन मैं तो पहले फ्री करता था और अब मैं थोड़ा बहुत पैसा देकर के ऑनलाइन पैसा कमाता हूं। मैं आपको वही ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके बताऊंगा, जो मैंने खुद प्रैक्टिकल किया है।

मैं कैसे शुरूआत किया

   जब मैं ऑनलाइन के बारे में सुना तब मैं बहुत बेवकूफ हुआ करता था। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं। क्योंकि उस समय मैं उस समय ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके के बारे में कुछ नहीं जानता था। सबसे पहले मुझे ऑनलाइन पैसे कमाने के बारे में 2020 में पता चला, और उसे समय मेरे पास केवल जिओ का मोबाइल था। लेकिन उसे समय मेरे साथ कुछ ऐसा घटना घटा इसके बाद मेरा मन इस संसार के किसी भी चीज से नहीं लगता था। जिसके कारण मैं पैसे कमाने के बारे में भी ज्यादा ध्यान नहीं देता था। अब 2020 में मेरे साथ क्या हुआ था उसके बारे में मैं फिर कभी आप लोगों को बताऊंगा। लेकिन अभी फिलहाल हम ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीके के बारे में चर्चा करेंगे। 2020 में मैं इतना ज्यादा फ्रोस्टेड हो गया कि मुझे और जीने का मन नहीं करता था। तब मैंने सोचा कि मैं अपनी जिंदगी का कहानी लिखकर जाऊंगा। और मैंने इंटरनेट में सर्च किया कि मैं अपनी कहानी कहां लिख सकता हूं। और बहुत खोजबीन करने के बाद मुझे पता चला Blogger के बारे में। मैं वहां पर एक दो पैराग्राफ ही लिखा था। इसके बाद फिर मुझे जीने की राह दिखाई दिया। मेरे कहने का मतलब है मुझे कुछ ऐसा कर मिला जो मेरे दिल में जीने का एक नहीं उम्मीद जगा दिया। तब मैंने कुछ एप्लीकेशन डाउनलोड किया वह भी मेरे मोबाइल में नहीं किसी और के मोबाइल में और मैं ऐड देखा रहा यह सोचकर कि इसके बदले पैसे मिलेगा, लेकिन कुछ नहीं मिला।
     ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मुझे पता ही नहीं था कि पैसा कैसे मिलता है। और इसके बाद धीरे-धीरे धीरे-धीरे यूट्यूब में मैंने वीडियो देखना शुरू कर दिया। लेकिन बहुत देखने के बाद भी मुझे कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद मुझे कुछ एक दो एप्लीकेशन के बारे में पता चला, और उससे मैं मोबाइल रिचार्ज का जितना कमा पता था। और फिर धीरे-धीरे zupee के तरफ भी आकर्षित हुआ। लेकिन बाद में पता चला कि यह एप भी एक एल्गोरिथम पर काम करता है। और आपको किसी लिमिट से ज्यादा कमा कर नहीं देता। उसमें मैं जितना पैसा ऐड किया था। उसके मुताबिक मेरा विड्रो किया हुआ पैसा बहुत कम था। अब धीरे-धीरे मेरे मन में यह जिज्ञासा उत्पन्न होने लगा कि लोग आखिरकार ऑनलाइन पैसा कैसे कमाते हैं  और बहुत ज्यादा खोजबीन करने के बाद मुझे पता चला की ऑनलाइन पैसा कमाने का असली तरीका क्या है। जब तक आपको यह तरीका पता नहीं होगा तब तक आपका ऑनलाइन पैसा कमाने का सफर में बहुत प्रॉब्लम हो सकता है। और अभी के समय में ऑनलाइन का इतना ज्यादा क्रेज है कि मैं क्या कहूं सबको पता होगा।   

      मैं मानता हूं कि मैं आप लोगों को लाखों करोड़ों रुपए कमा कर देने वाला नहीं हूं। लेकिन मैं आप लोगों को कुछ रास्ता बता सकता हूं। मुझे नहीं पता आप लाखों या करोड़ कमा पाएंगे या नहीं लेकिन आपके कुछ खर्च निकल जाए इतना तो आप कमा सकते हैं। चल जानते हैं कि वह रास्ता क्या है।
Ysence, उस पैसा कमाने वाले वेबसाइट का यही नाम है। आप इसके माध्यम से थोड़ा बहुत पैसा कमा सकते हैं। इसमें क्या करना होता है, यह मैं आप लोगों को बता देता हूं। यह वेबसाइट आपसे सर्वे कराएगी।
       आप केवल सर्वे सुनकर के धोखा मत खाना, मैं मानता हूं कि बहुत सारे ऐसी वेबसाइट हैं जहां सर्वे के बदले कुछ नहीं मिलता है। लेकिन इस वेबसाइट को मैंने खुद टेस्ट किया है। लेकिन हां एक बात है।
        जब तक आप यह नहीं समझते हैं कि आपका वेबसाइट, मतलब जी वेबसाइट में आप काम कर रहे हैं वह काम कैसे करती है। तब तक आप धोखे में रहते हैं। मैं आपको समझता हूं कि यह काम कैसे करती है।
          मैं आपको यकीन दिलाता हूं, यह ऑनलाइन पैसा कमाने का असली तरीका है। चलिए समझते हैं कि यह काम कैसे करता है। यह कंपनी क्या करती है की अलग-अलग लोगों को ओपिनियन और उनकी राय जानने का काम करती है। यह कंपनी आपके पर्सनल डाटा को तो किसी दूसरे कंपनी को भेजते नहीं है। लेकिन हां आपने जो सर्वे में डेटा भरा है, वह भेजते हैं। 
      जैसे कि मान लेते हैं अमेजॉन कंपनी को अपना खुद का प्रोडक्ट लॉन्च करना है। लेकिन उससे यह तो पता होना चाहिए कि उसके ग्राहकों को क्या चाहिए। यह पता करना बहुत जरूरी होता है कि आजकल मार्केट में सबसे ज्यादा क्या बिक सकता है।
        इसलिए अमेजॉन जैसे बड़ी कंपनी सर्व करती है, ताकि उन्हें अपना अगला प्लान को लॉन्च करने में कोई दिक्कत ना हो। आप खुद ही सोचिए, लोगों की राय जाने बगैर अगर आप खुद का प्रोडक्ट लॉन्च करेंगे और उसमें लोगों का इंटरेस्ट ही नहीं रहेगा। तो क्या लोग उसे खरीदेंगे, नहीं न।
       इसलिए यह सर्वे करने वाले भी अलग-अलग तरीके से आपसे सर्वे करते हैं। मैंने जो आपको सर्वे करने का वेबसाइट बताया है। यह आपको घुमा फिरा करके सवाल करेंगे ताकि आप कोई फ्रॉड जानकारी इन्हें ना दें। अगर आप इन्हें कोई फ्रॉड जानकारी देंगे तो यह आपके अकाउंट को बैन कर देगा।
        यह आपसे सवाल कर सकती है कि आपको कौन सी कंपनी का कार पसंद है या आपके पास कौन सी कार है। जब आप इसे एक बार ट्राई करेंगे आपको पता चल जाएगा। लेकिन ध्यान दीजिएगा सही जानकारी भरने के लिए। क्योंकि मैंने एक लड़का को बताया था इसके बारे में और उन्होंने गलत जानकारी भरा जिसके कारण उनका अकाउंट बैन हो चुका है।
      क्योंकि यह ऑनलाइन पैसा कमाने का असली तरीका है इसलिए इतना सख्त नियम है इनका। क्योंकि यह आपको रियल पैसा डॉलर में देता है।
अभी नीचे के लिंक से अगर आप रजिस्टर करते हैं, तो आपको इसके बदले में $5 मिलता है।
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