आत्मिक सफर का सच्चा अनुभव
Intro
जैसे कि आप लोगों को पता है कि मैं एक संसार एक व्यक्ति था। फिर मेरे साथ एक बहुत ही दिलचस्प घटना घटा। मुझे बचपन से ही खुद पर सक होता था, कि मैं ऐसा क्यों हूं। मैं आत्मिक सफर का सच्चा अनुभव, शॉर्टकट में बताना चाहूंगा। इसको विस्तार से समझने के लिए मेरे जीवन के हर एक पहलुओं को जानना जरूरी है। लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकता कि आप लोगों को एक ही आर्टिकल में सब कुछ खिचड़ी बनाकर मिक्स करके बता दूं। मैं कोशिश करूंगा कि आप लोगों को समझने में कोई दिक्कत और परेशानी ना हो।
मैं एकदम शांत मिजाज का लड़का हूं। किसी से कोई बातचीत नहीं कोई रोक-टोक नहीं। मैं अपने ही शान में जीता था। मैं अपने असली नाम भी बताने से डरता हूं। क्योंकि कहीं मेरे जीवन से जुड़े लोगों पर सवाल न उठाया जाए। लेकिन क्या करूं, मेरा जिंदगी में ऐसे ही पड़ाव थे। जिससे हर हर उस व्यक्ति को सिखाना चाहिए जो अपने आदमी जिंदगी को मजबूत या सुधार करना चाहते हैं। अगर आप सच में परमेश्वर को मानते हैं और यह भी मानते हैं किस शैतान भी है, तो यह आर्टिकल आपका बहुत कुछ सिखाएगी। बहुत अजीब बात है अपनी बातों को रखने के लिए मुझे आर्टिकल का सहारा लेना पड़ रहा है। लेकिन मैं क्या करूं, मैं अपनी डायरी लिखूंगा।
शुरूआत: मेरी आदतें
जैसे कि मैं बोल रहा था मुझे चुपचाप रहना पसंद है। लेकिन अगर कहीं बोलने के लिए मौका मिले तो मैं छोड़ता नहीं हूं। मुझे कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है, बचपन से ही मैं बच्चों की पंचतंत्र जैसी कहानी बहुत पढ़ा करता था। बचपन में मैं अपनी मम्मी पापा को मेरे साथ हो रहे घटनाओं को अक्सर बोला करता था। लेकिन कोई भी मेरे बातों पर यकीन नहीं कर पाता था, या शायद यकीन करते थे लेकिन जताते नहीं थे। क्योंकि उनकी आंखों का एक्सप्रेशन साफ जाहिर करता था कि उन्हें मेरी बातों को समझ में आया। जब मैं किशोरावस्था में आया तब ज्यादा घटनाएं घटने लगी मेरे साथ, जैसे कोई घटना होने का अंदेशा पहले हो जाना। बस इतना ही कोई खास नहीं, मेरा जिंदगी का एक मोटिव था। वह यही था कि मैं एक ही लड़की से प्यार करूंगा और उसी से शादी करूंगा। और दूसरा चीज अगर मेरे कारण से एक परिवार का जान बचता है तो मैं अपनी जान के परवाह नहीं करूंगा। बिल्कुल अपने बाप(यीशु मसीह) का स्टाइल है। और मेरा सबसे खास आदत था और अब भी है किसी से रिश्ता बना लो तो उसको अंत तक निभाना, चाहे वह दोस्ती का रिश्ता हो, भाई बहन का, या फिर किसी भी चीज का रिश्ता हो। एक बार किसी से बना लिया तो तोड़ेंगे नहीं, मैं अपने जीवन पर बहुत ही अच्छा था। बस अपने गांव और अपने परिवार के लिए कुछ करना था, लेकिन मुझे क्या पता कि इस जिंदगी की राहें मुझे कहीं और ही ले जाएंगे।
मैं अपने हिसाब से बिल्कुल सही था। किसी के लिए कोई जलन या नफरत नहीं, और ना ही किसी से कोई लेना देना। कई बार लड़कियों को पटाने की भी कोशिश किया 🤭 लेकिन मैं नाकाम रहा। मैं नाकाम इसलिए हुआ क्योंकि मुझे ज्यादा इंटरेस्ट नहीं था लड़कियों में। अगर मुझे किसी ने था तो वह अपने जैसा होना चाहिए, जबकि आजकल ऐसा कोई भी नहीं है। मेरे बारे में फिलहाल तो इतना ही याद आ रहा है, क्योंकि मैं आप लोगों को अपने बारे में सब कुछ अच्छा सा बताना चाहता हूं। यही कि मैं अपना आत्मिक सफर कैसे तय किया, मैं यह सोचता हूं कि अगर कोई मुझे ऐसा इंसान मिल जाता जो मुझे वह सब बातें बताता है जो मैं आपको बता रहा हूं। तो आज मेरी जिंदगी वाकई में बहुत अच्छा होता,😞 अब मैं थोड़ा सा उदास हूं। क्योंकि जैसा जिंदगी मैं चाहता था वैसा मैं नहीं कर पाया।
To Be Countinue (paused by some technical issues)
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